बलरामपुर, नवम्बर 4 -- तुलसीपुर , संवाददाता। श्री बालाजी सेवा समिति परिवार की ओर से श्री राम जानकी मंदिर प्रांगण में सात दिवसीय श्रीराम कथा का शुभारंभ श्री हनुमत पूजन, निशान एवं कलश यात्रा के साथ प्रांरम्भ हुई। कथा के प्रथम दिवस पर रविशंकर जी महाराज ने बताया कि मंगल कलमलहरिणी यानि भगवान की कथा मंगल करने वाली है। कहा कि जब व्यक्ति आध्यात्म से दूर होता है तो उसका मन नकारात्मक तत्व से घिर जाता है। भगवान की शरणागति होने पर जीव के मन में सकारात्मकता आती है और इतनी आती है कि वह दूसरे को भी प्रदान कर सकता है| श्री रामचरितमानस के प्रारंभ में गोस्वामी तुलसीदास जी ने सभी की वंदना की है। यहां तक कि खल और दुस्टो की भी वंदना की है। इस प्रकार हमको भी अपने में भाव को हटाकर सभी का वंदन करनी चाहिए। भगवान की शरणागति ग्रहण करनी चाहिए। महाराज ने कहा कि श्री र...