मिर्जापुर, मई 24 -- जमालपुर, हिन्दुस्तान संवाद। हसौली गांव स्थित विघ्न हरण हनुमत धाम मंदिर में चल रही सात दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा की तीसरी संध्या शुक्रवार को भक्ति और भावनाओं से सराबोर रही। मानस मर्मज्ञ अरूण कृष्ण शास्त्री ने श्रीराम जन्मोत्सव की कथा सुनाई तो पूरा पंडाल जय श्रीराम के उद्घोष से गूंज उठा। श्रद्धालु भावविभोर होकर देर रात तक कथा का रसपान करते रहे। कथा के दौरान शास्त्रीजी ने कहा कि श्रीरामचरितमानस केवल ग्रंथ नहीं, जीवन जीने की कला है। यह मनुष्य को विकारों से मुक्त कर सद्भाव और मर्यादा के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम का अवतार असुरों और पापियों के नाश के लिए हुआ था। बाल्यकाल से ही उन्होंने अधर्म के विरुद्ध संघर्ष आरंभ कर दिया था। आज भी मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का चरित्र समाज के लिए आदर्श ब...