लखीमपुरखीरी, अक्टूबर 8 -- हनुमान मंदिर सुहेला में चल रही नौ दिवसीय श्री राम कथा के पांचवें दिन कथा व्यास आचार्य अजयानंद महाराज ने श्रद्धालुओं को श्री राम केवट संवाद का प्रसंग सुनाया। उन्होंने कहा राम और केवट का संवाद सामान्य रूप से वैक्तिक नहीं है अपितु यह संवाद भक्त और भगवान, आत्मा और परमात्मा के मध्य संवाद का प्रेरक उद्धरण है। यह संवाद इस बात का भी प्रमाण है कि जब भक्त अपने भगवान की भक्ति में लीन हो जाता है तब भगवान स्वयं आ कर भक्त को दर्शन देते हैं। की गई भक्ति कभी व्यर्थ नहीं जाती, वह प्रारब्ध बन कर अपना कार्य करती है। यही कारण है आज अपने भक्त केवट का उद्घार करने स्वयं चल कर भगवान आये हैं। भक्त केवट अपने सम्मुख प्रभु श्री राम को खड़ा देखकर अपने जन्म -जन्मांतर के पापों से मुक्त हो जाना चाहता है। इसीलिए वह सशर्त प्रभु राम को अपनी नाव पर...
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