लखनऊ, नवम्बर 23 -- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि इस कार्यक्रम में इसलिए उपस्थित हैं कि हमको गीता जीनी है। श्रीमद्भागवद् गीता के 18 अध्याय के 700 श्लोकों में से रोज दो श्लोक पढ़ेंगे, उस पर मनन करेंगे, जीवन में आत्मसात करेंगे तो हमारा जीवन वर्षभर में गीतामय बनने की दिशा में बहुत आगे बढ़ जाएगा। आज इसकी आवश्यकता है। डॉ. भागवत रविवार को जनेश्वर मिश्र पार्क में 'दिव्य गीता प्रेरणा उत्सव' को संबोधित कर रहे थे। इसका आयोजन संत स्वामी ज्ञानानंद जी महराज की ओर से किया गया था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आरएसएस के सरसंघ चालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि जैसे हजार साल पहले युद्ध होते थे, वैसे आज भी हो रहे हैं। जैसे मुनुष्य का क्रोध, मोह, राग द्वेष पहले था, वैसे ही आज भी है। जीवन में नीति नहीं, शांति नहीं, संतोष नहीं, इसलिए जी...