बोकारो, जनवरी 30 -- बोकारो, प्रतिनिधि। भास्कर सेवक समिति की ओर से सेक्टर 4 एफ स्थित सूर्य मंदिर परिसर में बुधवार को सात दिवसीय श्रीमदभागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया गया। कथा के दूसरे दिन प्रवचनकर्ता पं. ब्रजमोहन पाठक ने गोकर्ण धुंधकारी की कथा, प्रभु के वराह अवतार व हिरण्याक्ष पर प्रकाश डाला। पाठक ने कहा कि अपने कुकर्मों के कारण धुंधकारी प्रेत बन गया था। धुंधकारी ने अपने जीवन में बहुत पाप किए थे, अपने माता पिता को कष्ट देना व अन्य बुरी आदत में पड़कर चोरी करने लगा और उसकी हत्या हो गयी। अपने कुकर्मों के कारण मृत्यु के बाद वह एक प्रेत बन गया था। भाई गोकर्ण ने अपने भाई का श्राद्ध गया जाकर किया था। लेकिन धुंधकारी को फिर भी मुक्ति नहीं मिली। वह गोकर्ण को डराने के कोशिश करता लेकिन गोकर्ण गायत्री मंत्र का जाप करता तो धुंधकारी उसके पास नहीं जा प...