रांची, मार्च 6 -- बेड़ो, प्रतिनिधि। महादानी मंदिर परिसर में दशभुजी मां दुर्गा देवी मंदिर में 11 दिनी प्राण प्रतिष्ठा सह शतचंडी महायज्ञ छठे दिन श्रीमद् देवी भागवत कथा सुनने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। शाम में कथावाचिका देवी रश्मि किशोरी ने सृष्टि की रचना और शिव-पार्वती विवाह का प्रसंग सुनाया। उन्होंने कहा कि मनुष्य जीवन बार-बार नहीं मिलता है मनुष्य को भगवान की भक्ति में अधिक से अधिक समय देना चाहिए। कथा सुनने से जन्म जन्मांतर का पाप कट जाता है। जब सती के विरह में भगवान शंकर की दशा दयनीय हो गई तब माता सती ने राजा हिमांचल के घर पर्वतराज की पुत्री के घर पार्वती के रूप में जन्म लिया। एक दिन देवर्षि नारद हिमांचल के महल पहुंचे और पार्वती को देखकर उन्हें भगवान शिव के योग्य बताया। इसके बाद माता पार्वती 3000 साल तक उन्होंने भगवान शिव को पा...