हरिद्वार, मई 4 -- श्रीस्वामी नारायण आश्रम के अध्यक्ष हरिवल्लभ दास शास्त्री ने कहा कि गंगा तट पर संत महापुरूषों के सानिध्य में श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण का अवसर सौभाग्य से प्राप्त होता है। धर्म और मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करने वाली श्रीमद्भावगत कथा ही भव सागर पार करने का एक मात्र आधार है। श्रद्धा और समर्पण के साथ श्रीमद्भावगत कथा का श्रवण करने से कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। स्वामी हरिवल्लभ दास महाराज ने कहा कि संत समागम से मनुष्य के अंदर के विकार समाप्त हो जाते हैं। यह बातें उन्होंने रविवार को संत समागम में कही। भूपतवाला स्थित श्री स्वामी नारायण आश्रम में आयोजित श्रीमद्भावगत कथा के छठे दिन संत सम्मेलन का आयोजन किया गया। संत सम्मेलन में विभिन्न अखाड़ों के संत महापुरूष सम्मिलित हुए और गो सेवा में उल्लेखनीय योगदान के लिए आश्रम के अध्यक्ष स्...