उरई, नवम्बर 5 -- आटा। कस्बा आटा में चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन कथा वाचक आचार्य पंडित सतीश जी अवस्थी ने गोवर्धन और रुक्मिणी विवाह के प्रसंग का वर्णन किया। गोवर्धन लीला और रुक्मिणी विवाह की कथा सुनाकर श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया। उन्होंने बताया कि जब भगवान कृष्ण ने इंद्र पूजा बंद कराई तो इंद्र ने घनघोर वर्षा कर दी। भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को उंगली पर धारण कर सभी की रक्षा की। भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मिणी के विवाह की झांकी ने सभी को आनंदित किया। आयोजक आलोक कुमार व उनकी माता जी, राजू विश्कर्मा, राजू तिवारी, सेवेंद्र देवेंद्र, बीरू, रंजना, कृष्णा, कमलेश सुहाने, हिमाशु, हेमन्त रहे।

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