रांची, फरवरी 15 -- नामकुम, संवाददाता। टाटीसिलवे के ईईएफ मैदान में शनिवार से श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ की शुरुआत की गई। कथा के पहले दिन कथावाचक पूज्य इंद्रेशजी महाराज ने भक्तों को आध्यात्मिक अमृत का रसपान कराया। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत महापुराण केवल एक ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन को सही दिशा देनेवाली दिव्य ज्योति है। उन्होंने कहा कि यह ग्रंथ हमें सत्य, प्रेम, भक्ति और धर्म का मार्ग दिखाता है। कथा की शुरुआत मांगलिक मंत्रोच्चार और संगीतमय भजन से की गई। इंद्रेश जी उपाध्याय ने राजा परीक्षित मोक्ष कथा का वर्णन करते हुए बताया कि जीवन में भक्ति और सत्कर्म का विशेष महत्व है। उन्होंने श्रवण, कीर्तन और स्मरण के महत्व को समझाते हुए कहा कि जो व्यक्ति श्रीकृष्ण की कथा सुनता है उसके समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं और मोक्ष का द्वार खुलता है। उन्होंने सत्यम...