मुजफ्फर नगर, मार्च 8 -- जानसठ रोड स्थित लक्ष्मण बिहार में चल रही श्री मद भागवत कथा के समापन अवसर पर कथा व्यास गंगोत्री तिवारी मृदुल महाराज ने सुदामा प्रसंग का वर्णन करते हुए कहा कि सुदामा कृष्ण की मित्रता हम सभी के लिए स्मरणीय है। मित्रता विपत्ति बांटने के लिए होती है, पर आज का दुर्भाग्य है कि आज के अधिकतर लोग स्वार्थ को सिद्ध करने के लिए मित्रता करते हैं। शनिवार को कथा के समापन अवसर पर कथा व्यास ने कहा कि सुदामा भले ही गरीब थे, पर मानसिक रूप से सन्तुष्ट रहते हैं। पत्नी के बार बार कहने पर द्वारिकाधीस के यहां जाने पर भी कुछ नहीं मांगते हैं। मेरे भगवान अंतर्यामी है हृदय की सब बात जान जाते है और बिन मांगे विश्वकर्मा जी से सुदामा पुरी का निर्माण करा देते हैं। कथा के समापन पर होली उत्सव मनाया गया, जिसमें एकत्र सभी श्रद्धालुजनों ने एक दूसरे की ...