विकासनगर, सितम्बर 17 -- विकासनगर, संवाददाता। डाकपत्थर स्थित मनोरंजन क्लब द्वितीय में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिन बुधवार को श्रोताओं की भीड़ रही। कथा में ऊषा चरित्र, नृग चरित्र, बासुदेव नारद संवाद, सुदामा प्रसंग, परीक्षित मोक्ष की कथा सुनाई। कथा में भागवत को अपने जीवन में उतारने की बात कही। कथा वाचक रामचंद्राचार्य ने श्रोताओं को बताया कि भागवत कथा का सात दिनों तक श्रवण करने से जीव का उद्धार हो जाता है, वहीं इस कथा को कराने वाले भी पुण्य के भागी होते हैं। अंतिम दिन शुकदेव द्वारा राजा परीक्षित को सुनाई गई श्रीमद्भागवत कथा का पूर्णता प्रदान करते हुए कथा में विभिन्न प्रसंगों का वर्णन किया। वहीं उन्होंने सात दिन की कथा का सारांश बताते हुए कहा कि जीवन कई योनियों के बाद मिलता है और इसे कैसे जीना चाहिए के बारे में भी उपस्थित भक्तों को समझ...