बक्सर, जनवरी 29 -- पेज चार के लिए ---- प्रवचन श्रीकृष्ण से हम सभी को संस्कार की सीख लेनी चाहिए 3 कदम पृथ्वी अर्थात तन-मन एवं धन जीव से मांगते हैं फोटो संख्या-23, बुधवार को नदांव में श्रीमद्भागवत कथा कहते आचार्य रणधीर ओझा। बक्सर, निज संवाददाता। औद्योगिक थाना क्षेत्र अंतर्गत नदांव में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन आचार्य रणधीर ओझा ने भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का मनमोहक वर्णन किया। आचार्य ने कहा कि जब भी धरती पर आसुरी शक्तियां हावी हुईं, तब परमात्मा ने अवतार लेकर पृथ्वी पर धर्म की स्थापना की। जीव यदि पूरी निष्ठा से प्रभु की भक्ति करता है तो वह बलि बनता है। जिस पर कृपा करने के लिए भगवान स्वयं वामन के रूप में आते हैं। परमात्मा जब द्वार पर आते हैं तो तीन कदम पृथ्वी अर्थात तन-मन एवं धन जीव से मांगते हैं। तन से सेवा, मन से सुमिरन व धन से...