रुडकी, सितम्बर 14 -- इमलीखेड़ा धर्मपुर गांव में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में रविवार को कथाव्यास कृष्णा नंदन अवस्थी ने भक्तों को पांडव चरित्र की कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मनुष्य को एक दिन काल के मुख में जाना है, इसलिए कलयुग के प्रभाव से बचने के लिए सत्कर्म करना, सभी के कल्याण की कामना करना और सदैव हरी सुमिरन करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि तन, मन और धन से धर्म की रक्षा करना हर व्यक्ति का कर्तव्य है। इस दौरान पंडित विशांत, मास्टर सुनील , विसु खुराना, मास्टर सुरेंद्र , पप्पू कश्यप, मेनपाल, सलोचनपाल, शुभम, डॉ. पवन पाल, अमरीश सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।

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