इटावा औरैया, अक्टूबर 10 -- इटावा, संवाददाता। श्रीरामलीला महोत्सव मे में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में भक्ति और श्रद्धा का अद्भुत संगम देखने को मिला। कथा वाक भगवताचार्य श्री तनय कृष्ण मिश्रा ने कुंती स्तुति, सुखदेव स्तुति और सुखदेव जन्म की दिव्य लीलाओं का भावपूर्ण वर्णन किया। जिससे पूरा पंडाल भक्तिरस में सराबोर हो उठा। आचार्य मिश्रा ने दान धर्म, कर्म धर्म और स्त्री धर्म का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि मानव जीवन तभी सार्थक होता है जब वह भगवत भक्ति और धर्म मार्ग पर अग्रसर रहता है। उन्होंने सनातन धर्म की महानता, उसके आचरण के मूल सिद्धांतों और जीवन में सदाचार के महत्व को प्रेरणादायक रूप में प्रस्तुत किया। कथा समापन पर भगवान शंकर की भव्य झांकी नगर के प्रमुख मार्गों से निकाली गई, जिसमें श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। झांकी के बाद संपन्न हुई शिव आ...