दुमका, नवम्बर 3 -- दलाही, प्रतिनिधि। मसलिया प्रखंड के आस्ताजोड़ा गांव में आयोजित साप्ताहिक श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन कथा का श्रवण करते हुए वृंदावन धाम से पधारे कथावाचक संजय शास्त्री जी ने भक्त अजामिल, भक्त प्रहलाद, गजेंद्र मोक्ष तथा समुद्र मंथन की अद्भुत लीलाओं का वर्णन किया। साथ ही राम जन्म और कृष्ण जन्मोत्सव का पर्व भी श्रद्धा, उल्लास और भक्ति के साथ मनाया गया। कथावाचक ने अजामिल चरित्र का वर्णन करते हुए बताया कि कलयुग में भगवान के नाम का स्मरण ही मोक्ष का मार्ग है। सतयुग में ध्यान, त्रेता में यज्ञ, द्वापर में पूजन से जो फल प्राप्ति होती थी। वहीं कलयुग में भगवान के नाम का सच्चे मन से जप करने से ही फल की प्राप्ति मिलती है। उन्होंने कहा कि भगवान के नाम की महिमा सर्वोपरि है और केवल नाम-स्मरण से जीव का उद्धार संभव है। भक्त प्रहलाद के चरित...
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