बुलंदशहर, जून 2 -- गांव भराना में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में कथा व्यास पंडित राकेश कृष्ण शास्त्री ने कहा कि धन्य हैं ये भगमती कथा जो कि पाप हारणी हैं अनंत के चरित्र भी अनंत है जिनका मानव पार नहीं पा सकता है अनेक अनेक अवतार धारण करके धरा पर गोविंद पदारथे हैं माता योजन गंधा एवं महर्षि पराशर धन्य इन्हें जिनके पुत्र श्री नारायण रूप व्यास हैं इसमें संदेह नहीं है कमल कीच में से होता है। कोआ के मल से पीपल, कस्तूरी हिरण की नाभि से, मोती सीप से संख,अस्थि से और बाध यंत्र पर चढ़ा हुआ चरम भी शुद्ध हो जाता है उसी प्रकार गुणवान गुणो से पूज्य होते हैं।भारत वंश में सम्राट शांतनु विख्यात हुए उनके तीन पौत्र प्रसिद्ध थे। धृतराष्ट,पांडु और विदुर, पांडु के पंच पुत्र पांडव हुए।धृतराष्ट्र के सौ पुत्र अदब कौरव थे हस्तिनापुर राज हेतु महाभारत युद्ध हुआ। जिसमें पा...