संभल, अगस्त 5 -- नगर के सीता रोड स्थित गीता सत्संग भवन में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन श्रद्धा, भक्ति और आध्यात्म का अनुपम संगम देखने को मिला। वृंदावनधाम से पधारे प्रतिष्ठित कथा वाचक पं. प्रशांत कुमार मिश्र ने अम्बरीष चरित्र, गंगा अवतरण, श्रीराम चरित्र, ययाति चरित्र और श्रीकृष्ण जन्म की गूढ़ और भावविभोर कर देने वाली कथाएं सुनाकर श्रद्धालुओं को अध्यात्म-रस में सराबोर कर दिया। व्यास जी ने बताया कि भगवान सच्चे भक्त के अधीन हो जाते हैं। जो भक्त का अपमान करता है, उसे स्वयं भगवान भी क्षमा नहीं करते। अम्बरीष चरित्र में भक्ति की सर्वोच्चता का अद्भुत चित्रण किया गया। गंगा अवतरण प्रसंग में उन्होंने बताया कि गंगा समस्त पापों को हरने वाली हैं, परंतु संतजन जब गंगा में स्नान करते हैं, तभी गंगा के ऊपर लगे पाप भी धुलते हैं। संत की महिमा गंगा स...