रुद्रपुर, फरवरी 23 -- रुद्रपुर। मंदिर मनकामेश्वर कल्याण आश्रम में आयोजित श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के पांचवें दिन श्रद्धालुओं ने भक्ति रसपान किया। कथा वाचक स्वामी नारायण चैतन्य महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण की रासलीला, कंस वध और रुक्मिणी विवाह के अलौकिक प्रसंगों का संगीतमय वृतांत सुनाया। स्वामी नारायण चैतन्य महाराज ने बताया कि रासलीला केवल नृत्य नहीं, बल्कि जीवात्मा और परमात्मा के दिव्य मिलन का प्रतीक है। उन्होंने समझाया कि कैसे गोपियों की निःस्वार्थ भक्ति भगवान श्रीकृष्ण को आकर्षित कर लेती है और वे भक्तों के प्रेम में बंध जाते हैं। इसके बाद स्वामी नारायण चैतन्य महाराज ने कंस वध का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि कंस का अंत अधर्म पर धर्म की विजय और अन्याय पर न्याय की स्थापना का संदेश देता है। श्रीकृष्ण ने कंस के अत्याचारों से जनता को मुक्त क...