विकासनगर, अप्रैल 13 -- हनुमान मंदिर डोभरी में चल रही सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिन रविवार को कथा वाचक ने विभिन्न प्रसंगों के माध्यम से जीवन जीने की कला बताई। इसके साथ ही श्रीकृष्ण-सुदामा मित्रता का वर्णन किया गया। कथा वाचक प्रवीण पैन्यूली ने कहा कि मनुष्य का जीवन कई योनियों के बाद मिलता है। सूर्यदेव से सत्रजीत को उपहार स्वरूप मिली मणि का प्रसंग सुनाते हुए मणि के खो जाने पर जामवंत और श्रीकृष्ण के बीच 28 दिन तक चले युद्ध और फिर जामवंती, सत्यभामा समेत से श्रीकृष्ण सभी आठ विवाह की कथा सुनाई। उन्होंने बताया कि कैसे प्रभु ने दुष्ट भौमासुर के पास बंदी बनी हुई 16 हजार 100 कन्याओं को मुक्त करवाया और उन्हें अपनी पटरानी बनाकर उन्हें मुक्ति दी। उन्होंने कृष्ण और सुदामा की निश्छल मित्रता का वर्णन करते हुए बताया मित्रता कैसे निभाई जा...
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