मऊ, नवम्बर 27 -- मुहम्मदाबाद गोहना, हिन्दुस्तान संवाद। तहसील क्षेत्र के बजरंगनगर हलीमाबाद में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के विश्राम दिवस गुरुवार को कथाव्यास डॉक्टर राकेश शास्त्री ने भगवान श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह, सुदामा चरित व परीक्षित मोह के दिव्य प्रसंगों का मनोहारी वर्णन किया। जिसे सुन श्रद्धालु दर्शक भावविभोर हो गए। डॉक्टर राकेश शास्त्री ने बताया कि रुक्मिणी का श्रीकृष्ण पर अटूट विश्वास और भक्ति, दैवी प्रेम का सर्वोच्च उदाहरण है। जबकि सुदामा चरित मित्रता, त्याग और प्रेम की ऐसी अनोखी मिसाल है, जो युगों-युगों तक मानवता को प्रेरित करती रहेगी। परीक्षित मोह की कथा में जीवन के अनित्य स्वरूप तथा भगवान के प्रति दृढ़ आस्था का संदेश दिया गया। संचालन अधिवक्ता संजीव द्विवेदी ने किया। कार्यक्रम में धर्मेंद्र सिंह, तेज पांडेय, राजेंद्र मिश्र श्यामसुंद...