सिद्धार्थ, नवम्बर 12 -- सिद्धार्थनगर, हिन्दुस्तान टीम। खुनियांव क्षेत्र के सड़वा गांव में चल रहे नौ दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन सोमवार रात कथाव्यास उत्तम कृष्ण शास्त्री ने श्रीकृष्ण जन्म की कथा सुनाया। कथा व्यास के मधुर वचनों और भावपूर्ण वर्णन से पूरा पंडाल भक्ति रस में सराबोर हो गया। कथावाचक ने कहा कि जब- जब पृथ्वी पर अधर्म और पाप का भार बढ़ता है, तब भगवान स्वयं अवतार लेकर धर्म की स्थापना करते हैं। कंस के अत्याचारों से व्यथित देवता जब भगवान से प्रार्थना करने पहुंचे तब उन्होंने आश्वासन दिया कि वह पृथ्वी का भार कम करने के लिए अवतार लेंगे। इसी क्रम में देवकी के गर्भ से भगवान श्रीकृष्ण का प्राकट्य हुए। कथा व्यास ने बताया कि मथुरा कारागार में जन्मे श्रीकृष्ण को वसुदेव ने रातों रात गोकुल पहुंचाया। वहां नंद यशोदा के घर आनंद की लहर दौड़ ...