मथुरा, अक्टूबर 31 -- गोपाष्टमी पर श्रीकृष्ण-जन्मस्थान परिसर में विराजमान ठाकुर श्रीकेशवदेवजी के गोप स्वरूप में दर्शन हुए। गोपाष्टमी के अवसर पर श्रीकेशवदेव मंदिर के प्रांगण ने जैसे गोचारण-अभ्यारण्य का साक्षात स्वरूप ही गृहण कर लिया। यमुना पुलिन में गऊओं के पीछे हाथ में लकुटी लिये ग्वालबालों संग बालकृष्ण का स्वरूप व वृक्षावलियों की सज्जा द्वापर के उस अलौकिक दृश्य को साक्षात कर रही थी। ठाकुरजी के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। दूसरी ओर संस्थान द्वारा परिसर में ही संचालित गोशाला में दोपहर गो-पूजन का जो क्रम आरंभ हुआ वह दोपहर तक निरंतर चलता रहा। इस अवसर पर गोशाला परिसर को गोबर से लीप कर गऊओं को स्नान उपरांत उनके सींगों पर सुगंधित तेल का लेपन एवं मेहंदी लगाकर श्रंगार किया गया। गोमाता का पूजन श्रीकृष्ण-जन्मस्थान सेवा-संस्थान की प्रबंध समि...