संतकबीरनगर, दिसम्बर 2 -- बखिरा, हिन्दुस्तान संवाद। क्षेत्र के गौरा केवटहिया में चल रही संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा में कथा व्यास आचार्य रजत जी ने भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया। उनके मुखारबिन्दु से कथा को सुनकर लोग भाव विभोर हो गए। आचार्य जी ने श्रीकृष्ण जन्म के बाद की लीलाओं का वर्णन किया। इसमें पूतना वध, यशोदा मां के साथ बालपन की शरारतें और माखन चोरी के प्रसंग शामिल रहे। कथा व्यास ने भगवान के गो प्रेम और कालिया नाग मर्दन की कथा भी सुनाई। कथा में कंस के आमंत्रण पर श्री कृष्ण का बड़े भाई बलराम के साथ मथुरा प्रस्थान का वर्णन भी किया गया। कथा व्यास ने कलयुग की महिमा का वर्णन करते हुए बताया कि कलियुग में हरि नाम का स्मरण ही जीव के कल्याण के लिए पर्याप्त है। उन्होंने कहा कि भागवत कथा विचार, वैराग्य और ज्ञान का मार्ग दिखाती है। सत्य...