सुल्तानपुर, मई 12 -- बल्दीराय, संवाददाता तिरहुंत बाजार के पूरे पाण्डेय के पुरवा में स्थित मां भगवती के भव्य प्रांगण में हो रही श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिन श्रीधाम वृन्दावन से पधारी साध्वी ने श्रीकृष्ण और रुक्मिणी के विवाह की अमृत वर्षा का श्रद्धालुओं को रसपान कराया। श्रीमद् भागवत कथा के दौरान बीच बीच में सुंदर-सुंदर झांकियां प्रस्तुत की गईं। उन्होंनेभगवान श्रीकृष्ण की दिव्य महारास लीला का वर्णन किया। कथा वाचिका ने कहा कि भगवान की महारास लीला इतनी दिव्य है कि स्वयं भोलेनाथ उनके बाल रूप के दर्शन करने के लिए गोकुल पहुंच गए। मथुरा गमन प्रसंग में अक्रूर जी भगवान को लेने आए। जब भगवान श्रीकृष्ण मथुरा जाने लगे समस्त ब्रज की गोपियां भगवान कृष्ण के रथ के आगे खड़ी हो गई कहने लगी हे कन्हैया जब आपको हमें छोड़कर ही जाना था तो हम से प्रेम क्यों किया।...