श्रावस्ती, अक्टूबर 27 -- कटरा, संवाददाता। वियतनाम से बौद्ध अनुयायियों का 35 सदस्यीय दल रविवार को श्रावस्ती पहुंचा। जहां बौद्ध तपोस्थली में अनुयायियों ने अपने रीति रिवाज से भिक्षु देवानंद की अगुवाई में पूजा अर्चना की। साथ ही तपोस्थली का भ्रमण कर ऐतिहासिक जानकारी प्राप्त की। बौद्ध भिक्षु देवानंद ने कहा कि करीब 2500 वर्ष पूर्व श्रावस्ती भारत के छह प्रमुख नगरों में से एक था और कोशल राज्य की राजधानी के रूप में प्रतिष्ठित था। इतना ही नहीं यह व्यापारिक गतिविधियों का प्रमुख केन्द्र हुआ करता था। भगवान बुद्ध के समय में धार्मिक गतिविधियों का भी एक महत्वपूर्ण स्थल था। बौद्ध इतिहास के अनुसार धनवान व्यापारी सुदत्ता (अनाथपिंडिक) के आग्रह पर भगवान बुद्ध पहली बार श्रावस्ती आए थे। व्यापारी की मुलाकात बुद्ध से राजगृह में हुई थी। सुदत्ता ने बुद्ध को श्रावस्त...