भागलपुर, जुलाई 9 -- श्रावणी मेला में देश-विदेश से तरह-तरह के कांवरिया आते हैं। इसमें मुख्यतः चार प्रकार के कांवरिया अजगैवीनाथ धाम से बाबाधाम के लिए प्रस्थान करते हैं। इन कांवरियों में सर्वाधिक संख्या सामान्य बमों की होती है। सामान बम रास्ते में खाते-पीते कांवर यात्रा चार से पांच दिनों में पूरा करते हैं। ये कांवरिया भारी-भरकम आकर्षक कांवर लेकर बोल-बम का नारा लगाते हुए आगे बढ़ते हैं। कुछ सामान्य कांवरिया अपने माता-पिता को बंघी पर बिठाकर, तो कुछ कांवरिया गंगाजल के साथ शिवलिंग स्थापित कर चलते हैं। इसके बाद कुछ वर्षों से डाक बमों की संख्या में इजाफा हुई है। डाक बम जल उठाने के साथ 24 घंटे के अंदर जल चढ़ाते हैं। इसके बाद दांडी बम आते हैं। इनकी संख्या में भी धीरे-धीरे वृद्धि हो रही है। दांडी बम दंड प्रणाम करते दंड देते हुए अपनी यात्रा दो से तीन म...