बांका, जुलाई 24 -- बेलहर(बांका), निज प्रतिनिधि। विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला आस्था और श्रद्धा का महा संगम है। जहां सिर्फ भक्ति और अध्यात्म की गंगा बहती है। जिस मेले में सिर्फ देवों के देव महादेव के प्रति साधना और भक्ति का अद्भुत और अलौकिक समर्पण देखा जाता है। सुल्तानगंज से बाबा धाम तक के इतने लंबे और विशाल मेले में बाबा नगरी जाने वाले जन सैलाब के बीच कहीं किसी के प्रति नफरत नहीं झलकता है। यह मेला महाकाल की भक्ति के साथ साथ इंसानों के बीच इंसानियत का अटूट रिश्ता और साश्वत प्रेम का झलक दिखलाता है। इस केसरिया वस्त्र धारी मानव के महा समंदर में कुछ भी असहज और कोई भी अजनबी नहीं दिखता है। सबका एक ही वस्त्र है। सबका एक ही नारा है। सबका एक ही लक्ष्य है। सबकी भक्ति सबकी साधना एक ही रंग में स्वर्ग की सीढ़ियां स्वरूप कांवरिया पथ पर चलते हुए महादेव में...