बांका, जुलाई 30 -- कटोरिया (बांका) निज प्रतिनिधि। सनातन धर्म के महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक अध्यात्म का हिस्सा है कांवर यात्रा। श्रावण के महीने में सुल्तानगंज से देवघर तक करीब 108 किलोमीटर के विस्तार में लचकती मचलती गंगा असंख्य शिवभक्तों के कांधे पर सवार होकर देवाधिदेव महादेव पर अर्पित होने के लिए देवघर की ओर निरंतर बढ़ रही है। यह दृश्य ऐसा है जैसे मानों सावन में दो-दो गंगा बह रही हो, एक कांवरों में सवार होकर देवघर की ओर और दूसरी अविरल बहती हुई बंगाल की खाड़ी की ओर। ऐसा चमत्कार तो सिर्फ भगवान भोले शंकर ही कर सकते हैं। कांवर-मार्ग पर कोई छोटा-बड़ा नहीं सिर्फ बम है, बड़ा बम, छोटा बम, मोटा बम, माता बम। न अमीर-न गरीब, न ऊंच-न नीच, बस बम शंकर के भक्त बम, बोल बम। शिव का स्वरूप विराट है और इसका कोई आर-पार नहीं है। श्रावणी मेला का दो-तिहाई स...