सिद्धार्थ, मार्च 19 -- सोहना, हिन्दुस्तान संवाद। भनवापुर क्षेत्र के रोहांव बुजुर्ग मछली गांव में नौ दिवसीय विष्णु महायज्ञ में चल रहे रामलीला के दूसरे दिन सोमवार की रात कलाकारों ने श्रवण वध और प्रभु राम के जन्म का मंचन किया। इसे देखकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। लीला की शुरुआत गणेश वंदना और श्रीराम के भजनों से हुई। कलाकारों ने दिखाया कि राजा दशरथ के दरबार में क्षेत्र के लोगों ने जंगली जानवरों से होने वाली फसलों की क्षति की समस्या उठाई। इस पर राजा दशरथ स्वयं जंगल की ओर निकल पड़े। मंचन में दिखाया कि श्रवण अपने अंधे माता-पिता को पालकी में बिठाकर तीर्थ यात्रा करवा रहे थे। इस दौरान एक स्थान पर माता-पिता को प्यास लगी और श्रवण पानी लेने नदी की ओर गए। राजा दशरथ ने पानी भरने की आवाज को जंगली जानवर समझकर शब्दभेदी बाण चला दिया जो श्रवण को जा लगी। घायल ...