कटिहार, जुलाई 30 -- कटिहार, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि सावन मास की शुक्ल पंचमी तिथि पर मंगलवार को श्रद्धालुओं ने पूरी आस्था और विधिपूर्वक नाग देवता की पूजा की। मंदिरों और घरों में गंगा जल से शुद्धिकरण कर पूजा स्थल सजाया गया। नाग देवता की प्रतिमा स्थापित कर दूध, रोली, चावल, पुष्प और पंचामृत से पूजन किया गया। श्रद्धालुओं ने कालसर्प दोष से मुक्ति और जीवन में सुख-समृद्धि की कामना के साथ मंत्रोच्चार करते हुए पूजा संपन्न की। इस अवसर पर महिलाओं ने व्रत रखकर नाग पंचमी व्रत कथा का श्रवण किया और नाग देवता की आरती उतारी। पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार, नाग देव की पूजा करने से सर्पदंश का भय समाप्त होता है और शत्रु बाधाएं दूर होती हैं। नौ प्रमुख नागों की होती है पूजा आचार्य अंजनी कुमार ठाकुर ने बताया कि नाग पंचमी पर नौ प्रमुख नागों में अनंत, वासुकी, शेष, पद्...