शामली, जुलाई 14 -- दिगंबर जैन साधु सेवा समिति एवं सकल जैन समाज शामली के संयुक्त तत्वावधान में दिगंबर जैन धर्मशाला पर आयोजित धर्मसभा में 108 मुनि विव्रत सागर महाराज ने श्रद्धा और जीवन के महत्व पर विचार रखे। उन्होंने कहा कि जैसे पानी के बिना जीवन संभव नहीं, वैसे ही श्रद्धा के बिना धर्म और जीवन दोनों अधूरे हैं। मुनिश्री ने कहा कि आज लोगों के पास जानकारी है, लेकिन ज्ञान नहीं। केवल सच्चे गुरु की शरण में जाकर ही ज्ञान संभव है। उन्होंने भक्ति, वैराग्य और आत्मकल्याण की आवश्यकता पर बल दिया। धर्मसभा में मंगल कलश स्थापना की गई, जिसमें प्रथम कलश प्रेमचंद संजीव कुमार जैन परिवार द्वारा एवं अन्य कलश शशांक जैन, सोमेश कुमार जैन, विनोद जैन, गौरव जैन सहित कई श्रद्धालु परिवारों द्वारा स्थापित किए गए। विशेष रूप से एक कलश भारतवर्षीय तीर्थ क्षेत्र कमेटी के लिए ...