बिहारशरीफ, फरवरी 23 -- श्रद्धा के बिना भक्ति अधूरी, गुरु की शरण से मिलता है ज्ञान: स्वामी युगल शरण कहा- मन को भगवान में लगाना ही सच्ची भक्ति, दिव्य प्रेम ही भक्ति का अंतिम लक्ष्य श्रद्धा, साधना और सेवा से मिलता है भगवान का सान्निध्य, भाव भक्ति से प्रेम भक्ति की ओर बढ़ता है मनुष्य फोटो : युगल 01 : बिहारशरीफ के श्रम कल्याण केंद्र के मैदान में डॉ. स्वामी युगल शरण के प्रवचन में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़। बिहारशरीफ, हमारे संवाददाता। श्रम कल्याण केंद्र के मैदान में आयोजित प्रवचन के अंतिम दिन रविवार को स्वामी युगल शरण ने भक्ति और प्रेम का महत्व समझाया। प्रवचन सुनने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। स्वामी युगल शरण ने कहा कि भक्ति और प्रेम साधना गुरु की कृपा से प्राप्त होती है। इसे निष्काम भक्ति कहा जाता है, जिसमें भगवान स्वयं भक्त के...