मऊ, जून 11 -- मऊ। ज्येष्ठ माह के अंतिम बड़े मंगलवार को भक्तों ने श्रद्धा और उल्लास के साथ हनुमानजी की आराधना की। सुबह से ही गांव से लेकर शहर तक हनुमान मंदिरों पर 'को नहिं जानत है जग में कपि संकट मोचन', 'श्रीराम चन्द्र कृपालु भजमन हरण भव भय दारुणम और 'बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरो पवन कुमार, बल बुद्धि विद्या देहु मोहिं, हरहु कलेश विकार का पाठ गुजने लगा। मंदिरों में दर्शन-पूजन करने का सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। भक्तों ने विधि-विधान से हनुमानजी की आराधना कर सभी संकटों का निवारण कर बल, बुद्धि और विद्या प्रदान करने की कामना की गई। वहीं मंदिरों पर भंडारे का भी आयोजन किया गया, जिसमें प्रसाद लेने के लिए श्रद्धालुओं को लंबी कतारें लगी रहीं। नगर क्षेत्र समेत ग्रामीण अंचलों में हनुमान मंदिरों पर सुबह से ही श्रीराम और हनुमानजी के गीत बजना शुरू हो गए ...