गढ़वा, जुलाई 10 -- श्रीबंशीधर नगर, प्रतिनिधि। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से गुरुवार को सरस्वती विद्या मंदिर परिसर में गुरु पूर्णिमा उत्सव श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया कार्यक्रम की शुरुआत पवित्र भगवा ध्वज के समक्ष स्वयंसेवकों द्वारा समर्पण अर्पित कर की गई। उक्त अवसर पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का भी आयोजन किया गया। मौके पर सुभाषित अमीत्युश, अमृतवचन हिमांशु झा व एकल गीत सुधीर प्रसाद श्रीवास्तव द्वारा प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम के बौद्धिक सत्र में बौद्धिक कर्ता शंभूनाथ प्रसाद यादव ने गुरु-शिष्य परंपरा पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि गुरु-शिष्य परंपरा भारतवर्ष की प्राचीनतम और महान परंपराओं में से एक है। भारतीय समाज में गुरु को केवल एक शिक्षक नहीं बल्कि मार्गदर्शक, प्रेरणास्रोत और परमेश्वर के समतुल्य माना गया है। गुरु जीवन रूपी ...