सहारनपुर, अक्टूबर 9 -- गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सभा में चौथे पातशाह साहिब श्री गुरू रामदास जी का प्रकाश पर्व श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाया गया। कीर्तन दरबार के उपरांत गुरू का अटूट लंगर बरताया गया। रेलवे रोड स्थित गुरुद्वारा साहिब में हुए कार्यक्रम में भाई सोहन सिंह शीतल देहरादून वालों ने कहा कि गुरू रामदास जी का जन्म पिता हरिदास व माता अनूप देवी के घर चूना मंडी लाहौर में वर्ष1534 को हुआ था। उनके बचपन का नाम भाई जेठा था। बचपन में ही माता पिता का देहांत हो गया है और उन्होंने नानी के पास रहते हुए उबले हुए चने बेचकर अपना जीवन यापन किया। गुरू अमरदास जी ने उनकी सेवा से प्रसन्न होकर उन्हें गुरू गद्दी पर बैठाया और गुरू रामदास बनाया। गुरू जी ने अमृतसर नगर व हरमंदिर साहिब की स्थापना की। अरदास उपरांत गुरू का अटूट लंगर बरताया गया। इस दौरान श्याम लाल...
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