विकासनगर, सितम्बर 22 -- माता के पहले स्वरूप शैलपुत्री की आराधना और घट स्थापना के साथ ही सोमवार से शारदीय नवरात्र की शुरुआत हो गई है। पछुवादून के मंदिरों में सुबह से पूजा-अर्चना का सिलसिला शुरू हो गया था। श्रद्धालु माता के दर्शनों के लिए लंबी कतारों में लगे नजर आए। मंदिरों और घरों में माता के भजन-कीर्तन हुए। श्रद्धालुओं ने मां शैलपुत्री की आराधना कर खुशहाली का आशीर्वाद मांगा। रुद्रपुर क्षेत्र के लांघा-डूंगाखेत मंदिर में पंडित जयप्रकाश नौटियाल ने श्रद्धालुओं को बताया कि पर्वतराज हिमालय के यहां जन्म लेने के कारण माता पार्वती को शैलपुत्री भी कहा जाता है। पार्वती के रूप में इन्हें भगवान शंकर की पत्नी के रूप में भी जाना जाता है। वृषभ (बैल) इनका वाहन होने के कारण इन्हें वृषभारूढ़ा के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि श्रद्धा पूर्वक विधि-विधा...