उरई, अप्रैल 23 -- जालौन। संवाददाता नगर स्थित हनुमंत साधना धाम में चल रही साप्ताहिक रामकथा के तीसरे दिन श्रद्धालुओं ने आध्यात्मिक वातावरण में श्रीराम कथा का श्रवण किया। कथा वाचक रोहित कृष्णाचार्य ने भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़े प्रसंगों का अत्यंत भावपूर्ण और प्रेरणादायक वर्णन कर उपस्थित भक्तों को भावविभोर कर दिया। कथा की शुरुआत में रोहित कृष्णाचार्य ने भगवान श्रीराम के चरित्र की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान राम केवल एक राजा नहीं, बल्कि मर्यादा, सत्य, कर्तव्य और आदर्श के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि श्रीराम का जीवन हमें सिखाता है कि विपरीत परिस्थितियों में भी अपने धर्म और सत्य मार्ग को नहीं छोड़ना चाहिए। राम वनवास की कथा सुनाते हुए उन्होंने बताया कि कैसे श्रीराम ने राजसिंहासन और सुख-सुविधाओं को त्यागकर 14 वर्षों का वनवास स्वीकार किया...