गोरखपुर, जुलाई 6 -- गोरखपुर, निज संवाददाता। गुरुपूर्णिमा के पावन अवसर पर गोरखनाथ मंदिर के दिग्विजयनाथ स्मृति भवन सभागार में आयोजित सप्तदिवसीय श्रीराम कथा के दूसरे दिन शनिवार को श्रद्धा, भक्ति और दिव्य आध्यात्मिक वातावरण में श्रोताओं की भारी उपस्थिति देखने को मिली। प्रयागराज से पधारे सुप्रसिद्ध कथाव्यास आचार्य शान्तनु महाराज ने व्यासपीठ से श्रीराम कथा का वाचन करते हुए श्रद्धालुओं को भक्ति भाव से ओतप्रोत कर दिया। कथा की शुरुआत में आचार्य शान्तनु महाराज ने कहा कि श्रीराम कथा केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि आत्मा को शुद्ध करने का माध्यम है। यह कथा अन्तःकरण के कालुष्य को नष्ट कर श्रद्धा और विश्वास की शक्ति से भक्त को भगवान से जोड़ती है। उन्होंने कहा कि कथा का श्रवण श्रद्धा और निष्ठा के साथ करना चाहिए, तभी इसका फल प्राप्त होता है। उन्होंने सहजता को भग...