चूरू, जुलाई 16 -- आख़िरी यात्रा... वो पल जब हर परिवार चाहता है कि अपनों को सम्मान के साथ विदा किया जाए। लेकिन अगर वही अंतिम सफर गंदे पानी, कीचड़ और सड़ी बदबू के बीच से गुजरे, तो श्रद्धा शर्मसार हो जाती है। लेकिन सुजानगढ़ के भोजलाई बास इलाके में एक ऐसा नज़ारा सामने आया जिसने सबको चौंका दिया - श्मशान घाट जाने वाली शव यात्रा इस बार पानी के ऊपर से निकली... अस्थायी पुल पर से! जी हां, बारिश में डूबे इलाके में जब श्मशान की राहें कीचड़ और गंदगी से भर गईं, तब पार्षद प्रतिनिधि कमल दाधीच ने खुद आगे बढ़कर 'संवेदना की पुलिया' तैयार करवाई। फिर उसी पर से निकली अंतिम यात्रा - बिना कीचड़, बिना पानी... सीधा सम्मान के साथ! पुल पर चढ़ी शव यात्रा, इलाके में पहली बार ऐसा दृश्य जब भोजलाई बास में एक बुजुर्ग का निधन हुआ, तो परिजन सोच में पड़ गए - चारों ओर पानी ही...