गाजीपुर, मई 28 -- गाजीपुर, संवाददाता। रानी अहिल्या बाई होलकर हृदय से जितनी उदार थीं उतनी ही कठोर प्रशासिका भी थीं। वह एक प्रभावशाली शासक होने के साथ-साथ एक कुशल राजनीतिज्ञ भी थीं। उनका विश्वास अनावश्यक युद्ध में कभी नहीं रहा लेकिन उनके राज्य पर कुदृष्टि रखने वालों की आंखों को फोड़ने में वह पूर्ण रूप से सक्षम थी। यह बातें बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार के उप मंत्री (दर्जा प्राप्त) उपाध्यक्ष उप्र पिछड़ा वर्ग आयोग सोहनलाल श्रीमाली ने जिला पंचायत सभागार में रानी अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी स्मृति अभियान में आयोजित जिला पंचायत सम्मेलन में कहीं। उन्होंने कहा कि मातृ शक्ति के मजबूती तथा प्रकृति संरक्षण की दिशा में उन्होंने अनेकों उल्लेखनीय कार्य किया। वे महिलाओं के अधिकारों को लेकर अत्यंत सजग थीं। उनके दरबार में पुरुषों के लावा महिलाओं को आने की ...