रिषिकेष, सितम्बर 18 -- स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) जौलीग्रांट में प्रीडेटरी पब्लिशिंग पर एक दिवसीय सेमिनार आयोजित किया गया। इसमें विशेषज्ञों ने शोधकर्ताओं को अनैतिक प्रकाशन प्रथाओं के विषय में जानकारी देने के साथ जागरूक किया और अनुसंधान में सुधारों के बारे में अहम जानकारियां दीं। एसआरएचयू स्कूल ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज की अनुसंधान समिति की ओर से बीसी रॉय सभागार में आयोजित सेमिनार का शुभारंभ डॉ. स्वामी राम के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस दौरान कुलपति डॉ. राजेन्द्र डोभाल ने कहा कि प्रीडेटरी पब्लिशिंग एक प्रकार की अनैतिक प्रकाशन प्रथा है। इस सेमिनार के माध्यम से शोधकर्ताओं को ऐसी पत्रिकाओं से बचने के बारे में जानकारी मिलेगी जो शोध की गुणवत्ता की उपेक्षा करती हैं और अपने स्वार्थ के लिए खुला एक्सेस मॉडल का दुर...