विकासनगर, सितम्बर 13 -- सरदार महिपाल राजेंद्र जनजातीय पीजी कॉलेज, साहिया के भूगोल विभाग की ओर से भूगोल में मात्रात्मक क्रांति का प्रभाव विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता विभागाध्यक्ष भूगोल डॉ. शांति सिंह ने कहा कि छात्र अपने अध्ययन और शोध में आधुनिक तकनीकों और मात्रात्मक विधियों का आधिकाधिक उपयोग करें। जिससे कि भूगोल का व्यावहारिक महत्व समाज तक पहुंच सके। मुख्य वक्ता डॉ. शांति सिंह ने भूगोल में मात्रात्मक क्रांति की पृष्ठभूमि, विकास क्रम और आधुनिक युग में इसके महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय नियोजन, जनसंख्या अध्ययन, परिवहन व्यवस्था, कृषि और नगरीकरण जैसे अनेक क्षेत्रों में मात्रात्मक पद्धतियां शोध को अधिक सटीक, प्रमाणिक और व्यवहारिक बनाती हैं। इस अवसर पर भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ. रवि कुमार ने ...