मुजफ्फरपुर, जुलाई 23 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। बीआरएबीयू के अर्थशास्त्र विभाग में चल रही कार्यशाला के दूसरे दिन बुधवार को अलीगढ़ मुस्लिम विवि के प्रो. तारिक ने कहा कि शोध कार्य में परिकल्पना परीक्षण की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि प्रत्येक कथन को परिकल्पना नहीं माना जा सकता। इसमें संभाव्यता की अवधारणा जुड़ी होती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष प्रो. विनिता वर्मा ने किया। प्रो. तारिक ने यह भी कहा कि पीएचडी शोध प्रबंध में परिकल्पना परीक्षण का समावेश अनिवार्य है, जिसमें परिकल्पना को स्वीकार या अस्वीकार किया जाता है। उन्होंने यह भी बल दिया कि गुणवत्तापूर्ण पीएचडी शोध प्रबंध के लिए अर्थमिति उपकरणों का प्रयोग आवश्यक है। उन्होंने एसटीएटीए सांख्यिकीय सॉफ्टवेयर के माध्यम से टी टेस्ट और जेड टेस्ट की व्...