लखनऊ, अक्टूबर 25 -- बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती और सिद्धार्थनगर आर्थिक नजरिए से प्रदेश के सबसे पिछ़ड़े जिले हैं। यहां बुनियादी ढांचा और औद्योगिक विकास सबसे कमजोर है। यह तथ्य लखनऊ विश्वविद्यालय अर्थशास्त्र विभाग के डॉ. नागेंद्र कुमार मौर्य तथा प्रो. रोली मिश्रा के शोध में सामने आए हैं। शोधकर्ताओं ने प्रदेश के 28 जिलों के 19 सामाजिक और आर्थिक संकेतों के अध्ययन के बाद यह निष्कर्ष निकाला है। यह शोध भारतीय अर्थशास्त्र एवं विकास पत्रिका में प्रकाशित हुआ है शोधकर्ताओं ने 19 सामाजिक और आर्थिक संकेतकों के आधार पर 28 ज़िलों का एक समग्र विकास सूचकांक तैयार किया है। अध्ययन में व्रोकला टैक्सोनोमिक विधि का इस्तेमाल कर हर ज़िले को विकास स्कोर दिया गया और यह भी जांचा गया कि किन क्षेत्रों का समग्र विकास में सबसे ज़्यादा योगदान है। डा. नागेन्द्र ने बताया क...