नई दिल्ली, नवम्बर 17 -- बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के लिए 17 नवंबर का दिन कभी न भूलने वाला बन गया है। कारण मौत की सजा नहीं, बल्कि उनकी शादी की 58वीं सालगिरह है। ठीक आज ही के दिन 1967 में उन्होंने बांग्लादेश के प्रसिद्ध भौतिक विज्ञानी एमए वाजेद मियां से विवाह किया था। अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद सोशल मीडिया पर तीखी बहस छिड़ गई। कई यूजर्स का आरोप है कि हसीना को दोषी ठहराने और फांसी की सजा देने के लिए यह तारीख जानबूझकर चुनी गई, ताकि उनके व्यक्तिगत जीवन को चोट पहुंचाई जा सके। दरअसल, 23 अक्टूबर को सुनवाई समाप्त होने के बाद मूल फैसला 14 नवंबर को तय किया गया था। लेकिन 13 नवंबर को आईसीटी ने घोषणा की कि शेख हसीना और उनके दो प्रमुख सहयोगियों के खिलाफ मानवता के विरुद्ध अपराधों के मामले में 1...