नई दिल्ली, फरवरी 6 -- भारत ने बांग्लादेश के संस्थापक और शेख हसीना के पिता शेख मुजीबुर रहमान के ऐतिहासिक आवास के विध्वंस की कड़ी निंदा की और कहा कि यह भवन बांग्लादेश की "राष्ट्रीय चेतना" और उसके स्वतंत्रता संग्राम के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था। बर्बरता की इस घटना की कड़ी निंदा की जानी चाहिए। भारत का यह बयान तब सामने आया है, जब शेख हसीना के भाषण को लेकर बांग्लादेश ने भारतीय राजदूत को विरोध पत्र सौंपा। ढाका के केंद्र में स्थित इस आवास पर अगस्त 1975 में रहमान समेत उनके परिवार के सात सदस्यों सहित हत्या कर दी गई थी। बीते दिन एक उग्र भीड़ ने क्रेन और बुलडोजर का उपयोग कर नष्ट कर दिया। ढाका की अंतरिम सरकार ने इस विध्वंस के लिए पूर्व प्रधानमंत्री और भारत में रह रहीं शेख हसीना को दोषी ठहराया और कहा कि उनके "उत्तेजक" और झूठे भाषण से लोग नाराज थे...