प्रयागराज, सितम्बर 26 -- प्रयागराज। शुक्रवार की भोर में साढ़े चार बजे कोतवाली के सामने जनमानस आतुर निगाहों से प्रभु श्रीराम, माता जानकी व लक्ष्मण की दूसरी शृंगार चौकी का इंतजार कर रहा था। जैसे ही पजावा और पथरचट्टी रामलीला कमेटी की शृंगार चौकियां आमने-सामने आईं, वैसे ही जय श्रीराम, सियावर रामचंद्र की गूंज सुनाई देने लगी। जहां पथरचट्टी की शृंगार चौकी कृष्णनंदी रथ जैसी थी, वहीं पजावा की तितली के आकार की रही। दस मिनट तक उस लम्हों को अपने कैमरे में कैद करने की होड़ लग गई तो हर कोई सर झुकाकर प्रभु को प्रणाम करता रहा। उसके बाद दोनों चौकियां अपने-अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान कर गईं।

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