गोंडा, मई 1 -- गोण्डा। जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था में लापरवाही की शिकायतों का डीएम नेहा शर्मा ने त्वरित संज्ञान लिया। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि वे स्वयं सभी स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण करें और यह सुनिश्चित करें कि सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर स्वच्छ एवं सुरक्षित पेयजल की व्यवस्था हो। डीएम ने कहा कि जहां पेयजल की उपयुक्त व्यवस्था नहीं है, वहां तत्काल कार्रवाई की जाए और रिपोर्ट जिलाधिकारी कार्यालय में प्रस्तुत की जाए। हाल ही में हिन्दुस्तान ने अस्पतालों में पेयजल संकट पर पड़ताल कर खबर छापी थी। खबर में बाबू ईश्वर शरण अस्पताल में खराब वाटर कूलर सहित कई स्वास्थ्य केंद्र पर पानी की व्यवस्था न होने का उल्लेख किया था, जिस...