सिमडेगा, मार्च 30 -- सिमडेगा, जिला प्रतिनिधि। विक्रम संवत भारतीय संस्कृति में बहुत महत्वपूर्ण है और हिंदू धर्म के त्योहारों एवं शुभ कार्यों की तिथियों का निर्धारण इसी आधार पर होता है। कथावाचक डा पदमराज जी महाराज शनिवार को हिंदू नए वर्ष की पूर्व संध्या पर प्रवचन दिया। उन्होने कहा कि विक्रम संवत ही हमारा राष्ट्रीय संवत कहलाता है जो शुद्ध और वैज्ञानिक है। यह हमारी अस्मिता और स्वाधीनता के अनुरक्षण तथा शत्रुओं पर विजय का प्रतीक भी है। इसी संवत के अनुसार हमारे सभी धार्मिक अनुष्ठान, तीज त्यौहार जैसे - नवरात्र, राम नवमी, महावीर जयंती, हनुमान जयंती, विजय दशमी, दीपावली, होली आदि मनाए जाते हैं। उन्होने कहा कि विक्रम संवत तर्क संगत और वैज्ञानिक भी है। उन्होने बताया कि दिन, सप्ताह और महीने का हिसाब सूर्य की गति पर निर्भर है और नक्षत्र, तिथि, पक्ष, अयन...
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