मुजफ्फर नगर, नवम्बर 8 -- बजाज हिन्दुस्थान शुगर मिल में संपन्न हो रहे पांच-दिवसीय सनातन सत्संग ज्ञान यज्ञ के द्वितीय दिवस की कथा अत्यंत आध्यात्मिक एवं गहन दार्शनिक विमर्श से युक्त रही। कथा व्यास आचार्य श्री सुशील चन्द्र बलूनी जी ने मानव-जीवन के मूलाधार पंचमहाभूत और त्रिदोष पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए समझाया कि सृष्टि के ये दोनों सिद्धांत केवल दार्शनिक तत्त्व नहीं, अपितु सम्पूर्ण मानव शरीर, मन, प्राण और चौतन्य के वास्तविक विज्ञान हैं। कथा में मुख्य अतिथि के रूप में आर. एस. शर्मा, पूर्व अध्यक्ष, एनटीपीसी एवं गीता के विख्यात विद्वान भी उपस्थित रहे। श्री शर्मा जी ने आचार्यजी के वचनों की सराहना करते हुए कहा कि गीता का मूल संदेश भी यही है कि मनुष्य आत्म-संतुलन स्थापित करे। क्योंकि जब भीतर सामंजस्य होता है, तभी बाहरी कर्म श्रेष्ठ बनते हैं। पंचमहा...